Business Idea कोरोना लॉकडाउन का वो समय किसी भी इंसान के लिए आसान नहीं था। देशभर में नौकरियों पर संकट छा गया था, बहुत से लोग बेरोजगार हो गए थे और जिनकी नौकरियां बची थीं, उन्हें भी सैलरी में कटौती का सामना करना पड़ रहा था। ऐसे में हर किसी के मन में डर, चिंता और अनिश्चितता का माहौल था। लेकिन कहा जाता है कि संकट ही असली अवसर लेकर आता है – और कुछ लोगों के लिए ये बात बिल्कुल सच साबित हुई। महाराष्ट्र के दो युवा – प्रशांत और मंगेश – ने उस दौर में कुछ ऐसा कर दिखाया, जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी।
Business Idea जब हर कोई अपनी नौकरी बचाने की कोशिशों में लगा हुआ था, तब इन दोनों दोस्तों ने एक अलग रास्ता चुना। इन्होंने एक ऐसा बिजनेस आइडिया अपनाया जो न तो बहुत बड़ा निवेश मांगता था, और न ही किसी खास डिग्री या बड़े अनुभव की जरूरत थी। इनका आइडिया था – शुद्ध, घर का बना देसी प्रोडक्ट्स को ऑनलाइन बेचना। शुरुआत इन्होंने बहुत ही छोटे स्तर पर की थी, लेकिन इनकी सोच, प्रेजेंटेशन और डिलीवरी मॉडल ने इस छोटे से बिजनेस को एक बड़े ब्रांड की शक्ल दे दी।
Business Idea प्रशांत और मंगेश ने अपने ब्रांड का नाम रखा ‘शुद्धमय’, जो आज सोशल मीडिया और लोकल मार्केट में एक पहचान बन चुका है। अब ये दोनों युवा हर महीने ₹1.5 लाख तक की कमाई कर रहे हैं, और उनकी प्रोडक्ट्स की डिमांड महाराष्ट्र ही नहीं, अन्य राज्यों में भी बढ़ रही है। यह कहानी इस बात का सबूत है कि यदि सोच अलग हो, तो कोई भी परिस्थिति इंसान को रोक नहीं सकती।

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🚀 नौकरी छोड़ी, ‘शुद्धमय’ की हुई शुरुआत (Business Idea)
Business Idea लॉकडाउन का समय ना सिर्फ आर्थिक रूप से चुनौतीपूर्ण था, बल्कि इसने लोगों की सोच, आदतों और ज़िंदगी को भी गहराई से प्रभावित किया। इस कठिन दौर में प्रशांत और मंगेश जैसे कई युवा एक गहरे सोच-विचार के दौर से गुज़रे। दोनों अच्छी-खासी नौकरियों में थे। मंगेश एक मीडिया हाउस में काम करते थे और हर महीने ₹35,000 की सैलरी मिलती थी। प्रशांत भी किसी प्राइवेट फर्म में काम करते हुए लगभग इतनी ही कमाई कर रहे थे। सामान्य दिनों में ये सैलरी ठीक मानी जाती, लेकिन जैसे ही लॉकडाउन की मार पड़ी, इन्हें एहसास हुआ कि यह स्थिरता सिर्फ एक भ्रम है।
Business Idea जब हर ओर छंटनी और सैलरी कटौती की खबरें थीं, तब इन दोनों दोस्तों ने ठान लिया कि अब किसी और की नौकरी पर निर्भर नहीं रहा जा सकता। उन्होंने अपनी जिंदगी की दिशा बदलने का फैसला किया। उन्होंने अपने काम से इस्तीफा दिया और तय किया कि अब खुद का कुछ शुरू करना है — ऐसा कुछ जो लोगों के जीवन में सीधा और पॉजिटिव प्रभाव डाले।
Business Idea अब सवाल था — करें क्या? क्या ऐसा हो सकता है जो कम लागत में शुरू हो, लोगों की जरूरत भी पूरी करे और जल्दी पहचान भी बनाए? काफी सोच-विचार और रिसर्च के बाद उन्हें एहसास हुआ कि लोगों को सबसे ज्यादा जरूरत एक चीज़ की है — “शुद्ध और ताजा राशन” की, खासकर घरों में इस्तेमाल होने वाला आटा। बाजार में मिलने वाले ब्रांडेड आटे की क्वालिटी से लोग नाखुश थे, aऔर लोकल मिलों पर भरोसा नहीं था। यहीं से उनके आइडिया को आकार मिला और उन्होंने ‘शुद्धमय’ नाम से अपने बिजनेस की शुरुआत कर दी — एक ऐसा स्टार्टअप जो लोगों तक ताजा, मिल-तुरंत आटा पहुंचाता है।
🏠 छोटे से यूनिट से शुरू हुआ बड़ा सपना — ‘शुद्धमय’ की असली उड़ान (Business Idea)
Business Idea हर बड़ा सपना एक छोटे से कदम से शुरू होता है। कुछ ऐसा ही हुआ मुंबई के कांदिवली इलाके में, जहाँ प्रशांत और मंगेश ने लॉकडाउन के कठिन समय में अपनी महत्वाकांक्षाओं को जमीन दी। उन्होंने रेलवे स्टेशन से महज़ 15 मिनट की दूरी पर एक छोटा-सा यूनिट किराए पर लिया और अपने ब्रांड ‘शुद्धमय’ की नींव रखी। शुद्धमय नाम सिर्फ एक ब्रांड नहीं बल्कि एक वादा था — “100% शुद्धता की गारंटी” देने का। इस नाम के पीछे उनकी सोच साफ थी: लोगों तक शुद्ध, ताजा और स्वास्थ्यवर्धक आटा पहुँचाना।
शुरुआत में उनका फोकस सिर्फ गेहूं के आटे पर था, लेकिन जल्दी ही उन्होंने महसूस किया कि महाराष्ट्र में पारंपरिक रेसिपीज़ के लिए विशेष प्रकार के आटे की मांग है। इसी सोच से उन्होंने अपना प्रोडक्ट रेंज बढ़ाया। आज ‘शुद्धमय’ सिर्फ गेहूं का आटा नहीं, बल्कि विविधता का प्रतीक बन चुका है। उनके पास अब 3 खास वैरायटीज़ हैं:
- 🧂 घावने का आटा – पारंपरिक महाराष्ट्रियन व्यंजनों के लिए परफेक्ट।
- 🧂 कोंबडी वड़े का आटा – जिसे चिकन वड़े के लिए खासतौर पर तैयार किया गया है।
- 🧂 मल्टीग्रेन 7.4 आटा – हेल्थ कॉन्शस लोगों के लिए एक बेहतरीन विकल्प।
Business Idea इन सभी प्रोडक्ट्स की क्वालिटी, ताजगी और डिलीवरी मॉडल ने मिलकर ऐसा भरोसा बनाया कि आज ‘शुद्धमय’ हर महीने ₹1.5 लाख से ज्यादा का कारोबार कर रहा है। सोशल मीडिया और लोकल मार्केटिंग से उन्हें अच्छा रिस्पॉन्स मिला, और ग्राहक खुद दूसरे ग्राहकों को जोड़ने लगे। छोटे से यूनिट से शुरू हुई ये यात्रा अब एक मजबूत ब्रांड की शक्ल ले रही है, जो आगे चलकर राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना सकता है।
🛵 ‘शुद्धमय’ की घर-घर डिलीवरी: ग्राहक सेवा में गेम-चेंजर (Business Idea)
Business Idea आज के तेज़ रफ्तार जीवन में घर पर गुणवत्ता वाली सेवाएं और प्रोडक्ट्स की डिलीवरी एक बड़ी जरूरत बन गई है। इसी जरूरत को समझते हुए ‘शुद्धमय’ ने घर-घर डिलीवरी सेवा को एक गेम-चेंजर बना दिया है। ‘शुद्धमय’ की सबसे बड़ी खासियत है कि वे अपने ग्राहकों को सीधे घर तक ताजा और उच्च गुणवत्ता वाला आटा पहुंचाते हैं, जिससे खरीददारी का अनुभव आसान और भरोसेमंद बन जाता है।
Business Idea अगर कोई ग्राहक 5 किलो या उससे ज़्यादा का आर्डर करता है और उसका घर 3 किलोमीटर के अंदर आता है, तो डिलीवरी बिल्कुल फ्री होती है। यह सेवा ग्राहकों के लिए एक बड़ा फायदा है, जो उन्हें बार-बार ‘शुद्धमय’ से जुड़ने के लिए प्रेरित करती है। वहीं, अगर डिलीवरी की दूरी 3 किलोमीटर से अधिक होती है, तो थोड़ा सा चार्ज लिया जाता है, लेकिन इसमें आटे की गुणवत्ता पर कभी कोई समझौता नहीं किया जाता।
‘शुद्धमय’ का मानना है कि ग्राहक संतुष्टि ही उनकी सबसे बड़ी ताकत और मार्केटिंग टूल है। वे सिर्फ एक उत्पाद नहीं बेचते, बल्कि भरोसे और विश्वसनीयता का अनुभव देते हैं। यही वजह है कि ‘शुद्धमय’ की डिलीवरी सेवा तेजी से लोकप्रिय हो रही है और लोग इसे अपने परिवार और दोस्तों के बीच भी recommend कर रहे हैं।
यदि आप भी घर बैठे शुद्ध और ताजा आटा चाहते हैं, तो ‘शुद्धमय’ की घर-घर डिलीवरी सेवा आपके लिए सही विकल्प है। यह सेवा आपको न सिर्फ सुविधा देती है, बल्कि बेहतरीन क्वालिटी के साथ समय की भी बचत कराती है।

⚙️ बिना मिलावट, मशीन से पिसा हुआ शुद्ध आटा – ‘शुद्धमय’ का वादा (Business Idea)
Business Idea जब बात आती है घर की रसोई में इस्तेमाल होने वाले आटे की, तो गुणवत्ता सबसे बड़ी प्राथमिकता होती है। यही वजह है कि प्रशांत और मंगेश ने ‘शुद्धमय’ ब्रांड के तहत 100% शुद्ध और मिलावट मुक्त आटे को लेकर अपना खास ध्यान दिया है। ‘शुद्धमय’ का आटा पूरी तरह से मशीन से पिसा जाता है, जिससे गुणवत्ता बनी रहती है और हर बार ताजा आटा ग्राहकों तक पहुंचता है।
Business Idea आज के बाजार में मिलावट से भरे आटे की समस्या आम है, लेकिन ‘शुद्धमय’ में कोई भी मिलावट नहीं की जाती। यह ब्रांड अपने ग्राहकों को एक भरोसेमंद विकल्प प्रदान करता है, जहां हर बैच का आटा खुद प्रशांत और मंगेश मिलकर सैंपल टेस्ट करते हैं। यह सुनिश्चित करता है कि आटे की शुद्धता और गुणवत्ता हर बार एक समान बनी रहे।
Business Idea गेहूं की खरीद भी ‘शुद्धमय’ की सफलता की कुंजी है। प्रशांत और मंगेश खुद खेतों में जाकर सबसे अच्छे और ताजे गेहूं का चयन करते हैं। इस कच्चे माल की गुणवत्ता पर उनका पूरा नियंत्रण होता है, जिससे पिसाई के बाद आटा शुद्ध और पोषक तत्वों से भरपूर होता है। मशीन से पिसाई के कारण आटा अधिक साफ-सुथरा और बैक्टीरिया मुक्त रहता है, जो हाथ से पिसे आटे की तुलना में ज्यादा सुरक्षित और स्वच्छ होता है।
‘शुद्धमय’ ग्राहकों को 100% शुद्धता देने का पूरा भरोसा देता है। यहां न केवल आटे की गुणवत्ता पर ध्यान दिया जाता है, बल्कि ग्राहकों की सेहत और संतुष्टि भी प्राथमिकता है। इसीलिए यह ब्रांड हर बार अपनी प्रोडक्ट की जांच-पड़ताल करता है ताकि कोई कमी न रह जाए।
यदि आप भी अपने परिवार के लिए शुद्ध और बिना मिलावट वाला आटा चाहते हैं, तो ‘शुद्धमय’ आपके लिए एक भरोसेमंद नाम है। शुद्ध आटा खरीदकर आप न सिर्फ स्वस्थ भोजन सुनिश्चित कर सकते हैं, बल्कि स्वाद और पौष्टिकता में भी फर्क महसूस करेंगे।
📱 Instagram और WhatsApp से ‘शुद्धमय’ की रफ्तार
Business Idea जब ‘शुद्धमय’ की शुरुआत हुई थी, तब कई लोगों को यह पता नहीं था कि ये ब्रांड क्या पेश करता है। लेकिन सोशल मीडिया के सही इस्तेमाल ने इस ब्रांड की पहचान बनाने में अहम भूमिका निभाई। खासकर Instagram और WhatsApp ने ‘शुद्धमय’ को तेजी से लोकप्रिय बनाने में मदद की।
‘शुद्धमय’ टीम ने Instagram पर नियमित वीडियो पोस्ट किए, जिनमें आटे की गुणवत्ता, मशीन से पिसाई, और ग्राहकों की संतुष्टि को दिखाया गया। ये वीडियो न सिर्फ जानकारीपूर्ण थे, बल्कि भरोसेमंद भी लगते थे, जिससे दर्शकों का विश्वास बढ़ा। साथ ही, WhatsApp स्टेटस और विभिन्न ग्रुप्स में प्रचार करके उन्होंने अपने प्रोडक्ट को सीधे लक्षित ग्राहकों तक पहुंचाया।
ग्राहकों के असली फीडबैक और रिव्यूज़ को सोशल मीडिया पर शेयर करना भी एक बड़ा स्ट्रैटेजी था। इससे नए ग्राहकों को यह भरोसा मिला कि ‘शुद्धमय’ का आटा सच में शुद्ध और गुणवत्ता वाला है। धीरे-धीरे इस सोशल मीडिया मार्केटिंग की वजह से ऑर्डर बढ़ने लगे और ‘शुद्धमय’ की यूनिट में हर हफ्ते सैकड़ों किलो आटा बिकने लगा।
यह सफलता सिर्फ डिजिटल मार्केटिंग तक सीमित नहीं रही। दोनों पार्टनर, प्रशांत और मंगेश, आज भी खुद हर ऑर्डर की पैकिंग और डिलीवरी की निगरानी करते हैं। उनका यह व्यक्तिगत जुड़ाव ग्राहकों के लिए भरोसे का कारण बनता है और ‘शुद्धमय’ की विश्वसनीयता को बढ़ाता है।
अगर आप भी सोशल मीडिया के माध्यम से अपने बिजनेस को बढ़ाना चाहते हैं, तो ‘शुद्धमय’ का यह उदाहरण आपके लिए प्रेरणा बन सकता है। सही कंटेंट, ग्राहकों से जुड़ाव और लगातार मेहनत से कोई भी ब्रांड लोकप्रिय बन सकता है।
💸 ‘शुद्धमय’ का मासिक ₹1.5 लाख का कारोबार और भविष्य की योजनाएँ
आज ‘शुद्धमय’ एक सफल ब्रांड बन चुका है, जो हर महीने लगभग ₹1.5 लाख से अधिक की बिक्री कर रहा है। लगातार बढ़ती ग्राहक संख्या इस बात का संकेत है कि लोगों का भरोसा ‘शुद्धमय’ पर दिन-ब-दिन बढ़ रहा है। प्रशांत और मंगेश ने अपने बिजनेस को लेकर जो मेहनत और लगन दिखाई है, उसका परिणाम अब साफ नजर आ रहा है।Business Ideaआज ‘शुद्धमय’ एक सफल ब्रांड बन चुका है, जो हर महीने लगभग ₹1.5 लाख से अधिक की बिक्री कर रहा है। लगातार बढ़ती ग्राहक संख्या इस बात का संकेत है कि लोगों का भरोसा ‘शुद्धमय’ पर दिन-ब-दिन बढ़ रहा है। प्रशांत और मंगेश ने अपने बिजनेस को लेकर जो मेहनत और लगन दिखाई है, उसका परिणाम अब साफ नजर आ रहा है।
बिक्री के इस बढ़ते ग्राफ के साथ, ‘शुद्धमय’ अब अपने बिजनेस को विस्तार देने की योजना बना रहा है। महाराष्ट्र के दूसरे शहरों में ब्रांच खोलने की तैयारी शुरू हो चुकी है, ताकि और भी ज्यादा लोगों तक यह शुद्ध और गुणवत्तापूर्ण आटा पहुंचाया जा सके। इस विस्तार से न केवल ब्रांड की पहुंच बढ़ेगी, बल्कि रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे।
इसके अलावा, ‘शुद्धमय’ का एक बड़ा लक्ष्य है कि वे जल्द ही एक बड़े स्तर पर पैकेजिंग यूनिट शुरू करें। इससे न केवल उत्पादन क्षमता में इजाफा होगा, बल्कि प्रोडक्ट की पैकेजिंग और डिलीवरी को भी और बेहतर बनाया जा सकेगा। एक मजबूत पैकेजिंग यूनिट से आटे की ताजगी और गुणवत्ता को लंबे समय तक बनाए रखा जा सकेगा, जो ग्राहकों के लिए एक बड़ी सुविधा होगी।
‘शुद्धमय’ की यह योजना साफ दिखाती है कि वे सिर्फ एक छोटा बिजनेस नहीं, बल्कि एक बड़े और भरोसेमंद ब्रांड बनने की दिशा में तेजी से बढ़ रहे हैं। अगर आप भी अपना बिजनेस बढ़ाना चाहते हैं, तो ‘शुद्धमय’ की कहानी से प्रेरणा लेकर सही रणनीति और मेहनत के साथ बड़ा मुकाम हासिल कर सकते हैं।

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✅ ‘शुद्धमय’ बिजनेस से जुड़े कुछ खास सीख (Business Idea)
Business Idea हर सफल बिजनेस के पीछे कुछ अहम सबक होते हैं, जो सफलता की कुंजी बन जाते हैं। ‘शुद्धमय’ की कहानी भी इससे अलग नहीं है। यहाँ उनके बिजनेस से जुड़े पांच खास सीखें हैं, जिन्हें हर उद्यमी को ध्यान में रखना चाहिए:
🎯 नज़र लक्ष्य पर: सबसे पहले ‘शुद्धमय’ ने बाजार की वास्तविक जरूरत को समझा और उसी हिसाब से अपना बिजनेस चुना। बाजार में मिलावट मुक्त और शुद्ध आटे की मांग बढ़ रही थी, इसलिए उन्होंने इस अवसर को भुनाया। लक्ष्य स्पष्ट होने से काम में फोकस और दिशा बनी।
🧠 स्मार्ट सोच: ‘शुद्धमय’ ने साधारण आटे को एक नए और भरोसेमंद अंदाज में पेश किया। मशीन से पिसाई और बिना मिलावट का भरोसा, यह दोनों ही चीज़ें ग्राहकों को आकर्षित करने में मददगार साबित हुईं। नवाचार और स्मार्ट सोच ने ब्रांड को अलग पहचान दी।
🛠️ खुद काम में लगे: शुरुआत में प्रशांत और मंगेश ने खुद ही पैकिंग और डिलीवरी संभाली। इससे न केवल लागत कम हुई, बल्कि हर प्रक्रिया पर उनका पूरा नियंत्रण रहा। खुद काम करने से बिजनेस की बारीकियों को समझने में मदद मिली।
📣 डिजिटल मार्केटिंग: Instagram और WhatsApp जैसे प्लेटफॉर्म्स का प्रभावी इस्तेमाल कर ‘शुद्धमय’ ने अपनी पहुंच बढ़ाई। वीडियो पोस्ट और ग्राहक फीडबैक साझा कर उन्होंने विश्वास बनाया, जिससे ऑर्डर लगातार बढ़े।
💬 ग्राहक भरोसा: सबसे महत्वपूर्ण, ‘शुद्धमय’ ने गुणवत्ता से कभी समझौता नहीं किया। यही ग्राहक संतुष्टि और विश्वास की असली वजह बनी। भरोसेमंद प्रोडक्ट ही किसी भी बिजनेस की असली ताकत होती है।
इन सरल लेकिन प्रभावी सीखों से कोई भी नया उद्यमी अपने बिजनेस को सफल बना सकता है। ‘शुद्धमय’ की तरह आप भी सही दिशा, मेहनत और स्मार्ट रणनीति से बड़े सपने पूरे कर सकते हैं।
📌 निष्कर्ष: कम बजट, बड़ी सोच = सफल बिजनेस (Business Idea)
Business Idea आज के दौर में नौकरी करना हर किसी के लिए आसान नहीं रह गया है। कई लोग नौकरी से थक चुके हैं और कुछ नया, कुछ अलग करके खुद का कारोबार शुरू करना चाहते हैं। ऐसे में ‘शुद्धमय’ का बिजनेस मॉडल आपके लिए एक बेहतरीन उदाहरण हो सकता है। यह साबित करता है कि कम बजट और बड़ी सोच से भी बड़ा सफल बिजनेस खड़ा किया जा सकता है।
Business Idea ‘शुद्धमय’ ने शुरुआत में भारी निवेश नहीं किया, लेकिन उनकी सोच और मेहनत ने इस ब्रांड को शहर में जाना-पहचाना नाम बना दिया। आज यह ब्रांड हर महीने ₹1.5 लाख से अधिक की बिक्री कर रहा है और अपने बिजनेस को और बड़े स्तर पर ले जाने की योजना बना रहा है। उनकी कहानी से यह सीख मिलती है कि केवल पैसा ही नहीं, बल्कि सही आइडिया, गुणवत्ता, और स्मार्ट मार्केटिंग भी सफलता के मूल मंत्र हैं।
यदि आप भी नौकरी से निराश हैं और सोच रहे हैं कि कैसे कम निवेश में एक अच्छा और टिकाऊ बिजनेस शुरू किया जाए, तो ‘शुद्धमय’ की कहानी आपके लिए प्रेरणा है। सोशल मीडिया का सही इस्तेमाल करें, ग्राहकों को विश्वास दिलाएं, और अपनी गुणवत्ता पर कभी समझौता न करें।
Business Idea यह समय है नए अवसरों को पहचानने और अपनी मेहनत से बेहतर भविष्य बनाने का। ‘शुद्धमय’ की तरह आप भी कम बजट में बड़ा बिजनेस कर सकते हैं और हर महीने ₹1 लाख या उससे अधिक कमा सकते हैं।
याद रखें, आज का जमाना इन्वेस्टमेंट का नहीं, इनोवेशन का है। अपनी सोच को बड़ा बनाएं और सही दिशा में कदम बढ़ाएं।

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🙋♂️ FAQs – ‘शुद्धमय’ आटे के बिजनेस से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q1. क्या बिना दुकान के यह आटे का बिजनेस शुरू किया जा सकता है? (Business Idea)
हाँ, बिल्कुल! ‘शुद्धमय’ ने भी बिना किसी दुकान के सिर्फ एक छोटी यूनिट और सोशल मीडिया के जरिए अपना बिजनेस सफल बनाया है। आज डिजिटल प्लेटफॉर्म जैसे WhatsApp और Instagram के जरिए आप घर बैठे भी अपना आटा बिजनेस चला सकते हैं।
Q2. आटे का बिजनेस शुरू करने में कितना खर्च आता है? (Business Idea)
शुरुआती निवेश ₹20,000 से ₹50,000 तक हो सकता है। इस बजट में आप एक छोटी आटा पिसाई यूनिट स्थापित कर सकते हैं, जिसमें गेहूं खरीदने, मशीनें लगाने और पैकेजिंग का खर्च शामिल होता है। धीरे-धीरे बिजनेस बढ़ाने के साथ आप अपना निवेश भी बढ़ा सकते हैं।
Q3. आटे की क्वालिटी कैसे सुनिश्चित करें? (Business Idea)
क्वालिटी का सबसे बड़ा राज है सही कच्चे माल की खरीद और सही प्रक्रिया। ‘शुद्धमय’ की तरह आप भी अच्छी क्वालिटी का गेहूं खुद जाकर खरीदें, मशीन से पिसाई करें और हर बैच का सैंपल चेक करते रहें। इससे आप अपने ग्राहकों को 100% शुद्ध और ताजा आटा दे पाएंगे।
Q4. ग्राहक कहां से मिलेंगे?
ग्राहक पाने के लिए सोशल मीडिया का सही इस्तेमाल करें। WhatsApp ग्रुप्स, Instagram पेज, और लोकल मार्केटिंग के जरिए आप अपने इलाके में अच्छी पहुंच बना सकते हैं। साथ ही मौजूदा ग्राहकों से रेफरल लेना भी ग्राहक बढ़ाने का बेहतरीन तरीका है।